आर्थिक रूप से कमजोर लेकिन होनहार विद्यार्थियों को अपनी आगे की पढाई जारी रखने अथवा कोचिंग करने के लिये संस्थान द्वारा छात्रवृत्ति के रूप में आर्थिक सहायता दी जाती है तथा कोचिंग आदि के लिये पाठ्य सामग्री भी दी जाती है। अब तक सैंकड़ों विद्यार्थी लाखों रूपये की छात्रवृत्ति से लाभान्वित हो चुके हैं।